जन्म कुंडली से जातक के स्वभाव और चरित्र के बारे में जानकारी मिल सकती है:
जन्म कुंडली के पहले भाव यानी लग्न से व्यक्ति का स्वभाव, व्यक्तित्व, और जीवन के प्रति दृष्टिकोण पता चलता है.
कुंडली में मौजूद शुक्र और चंद्रमा, किसी व्यक्ति के बारे में विचार व्यक्त करते हैं. ये चरित्र के बारे में लोगों की मान्यता निर्धारित करते हैं.
जन्म कुंडली में बनने वाले ज्योतिषीय योग, राजयोग, कष्टयोग, दरिद्र योग, केमद्रुम योग आदि पर भी ध्यान देना चाहिए.
ज्योतिष जगत में पंचमहापुरूष योग को विशेष महत्वपूर्ण माना गया है.
जन्म कुंडली से जुड़ी कुछ और बातें:
जन्म कुंडली, व्यक्ति के भूत, वर्तमान और भविष्य की स्थिति और घटनाक्रमों को जानने का सर्वोत्तम साधन है.
कुंडली में मौजूद सभी बारह भाव जन्म से लेकर मृत्यु एवं मृत्य से लेकर मोक्ष सभी की जानकारी देते हैं.
जन्म कुंडली में लग्न भाव का अध्ययन करके जन्मतिथि का अनुमान लगाया जा सकता है.
कुंडली में चंद्रमा जिस नक्षत्र में स्थित होता है, उस नक्षत्र के आधार पर जन्मतिथि का अनुमान लगाया जा सकता है.